जाली नोट कांड में बड़ा खुलासा: SSP डोबाल की रणनीति से फूटा फर्जी करेंसी का रैकेट,, CIU और रुड़की पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन, छः लाख की जाली करेंसी सहित गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार,, जाली नोटों के साथ कैमिकल, मिरर और प्रिंटर बरामद, बाजार में पहुंचने से पहले पुलिस ने बनाई दीवार

इन्तजार रजा हरिद्वार- जाली नोट कांड में बड़ा खुलासा: SSP डोबाल की रणनीति से फूटा फर्जी करेंसी का रैकेट,,
CIU और रुड़की पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन, छः लाख की जाली करेंसी सहित गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार,,
जाली नोटों के साथ कैमिकल, मिरर और प्रिंटर बरामद, बाजार में पहुंचने से पहले पुलिस ने बनाई दीवार
हरिद्वार, 28 जून 2025
हरिद्वार पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के इनपुट और रणनीतिक नेतृत्व में पुलिस को एक बार फिर बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। जुए और कसीनो कनेक्शन के बाद अब नकली नोटों का रैकेट भी हरिद्वार पुलिस के निशाने पर आ गया है। कप्तान डोबाल के निर्देशन में चलाए गए सीआईयू और कोतवाली रुड़की के संयुक्त ऑपरेशन में नकली नोट छापने वाले गैंग का पर्दाफाश किया गया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोचते हुए उनके पास से कुल 6 लाख रुपये के नकली नोट और नोट बनाने का पूरा तंत्र बरामद किया है।
कैसे फूटा नकली नोटों का भंडाफोड़?
दिनांक 27 जून को एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल को गुप्त सूचना मिली कि रुड़की क्षेत्र में नकली नोट तैयार कर बाजार में चलाने की योजना बनाई जा रही है। सूचना मिलते ही कप्तान डोबाल ने तत्काल सीआईयू (CIU) और कोतवाली रुड़की पुलिस को एक संयुक्त कार्रवाई का निर्देश दिया।
टीम ने लक्ष्मी बिहार कॉलोनी की ओर जाने वाले रास्ते पर एक संदिग्ध को दबोचा और उसके पास से 500-500 रुपये के जाली नोटों की दो गड्डियां बरामद की। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपने दो अन्य साथियों की जानकारी दी, जो पास के एक किराए के कमरे में मौजूद थे।
छापेमारी में मिली फर्जी करेंसी फैक्ट्री की तस्वीर
पुलिस टीम ने बताए गए पते पर छापा मारा और वहां से दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। कमरे की तलाशी में 500-500 रुपये के जाली नोटों की कुल 10 गड्डियां, कुल 12 गड्डियों में 6 लाख रुपये की जाली करेंसी, 4 मोबाइल फोन, ब्लैक मिरर शीशे, 2 कैमिकल की बोतलें और HP प्रिंटर बरामद हुआ।
यह साफ हो गया कि गिरोह पूरी तरह संगठित तरीके से फर्जी नोट तैयार कर रहा था और इन्हें जल्द ही बाजार में खपाने की योजना थी।
पकड़े गए आरोपी और इनकी पहचान:
नाम | पता | वर्तमान स्थिति |
---|---|---|
1. बालेश्वर उर्फ बाली | निवासी भोटावाली, पांवटा साहिब, सिरमौर, हिमाचल प्रदेश | हाल निवासी हरीपुर, हरबर्टपुर, देहरादून |
2. मनीष कुमार | निवासी कुडीनेत वाला रायसी, कोतवाली लक्सर | रुड़की क्षेत्र में सक्रिय |
3. हिमांशु | निवासी वर्ल्ड बैंक कॉलोनी, रुड़की | संचालन स्थल पर गिरफ्तार |
बरामद सामान का ब्यौरा:
वस्तु | संख्या/मात्रा |
---|---|
₹500 के जाली नोट | 12 गड्डियाँ (6 लाख रुपये) |
मोबाइल फोन | 4 |
ब्लैक मिरर शीशे (बड़े) | 2 |
ब्लैक मिरर शीशे (छोटे) | 2 |
कैमिकल की बोतलें | 2 |
प्रिंटर (HP) | 1 |
जाली नोट गिरोह का नेटवर्क: अब पांच और संदिग्ध पुलिस के रडार पर
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि इस गिरोह में कुल 8 लोग शामिल हैं, जिनमें से 5 अभी फरार हैं। पुलिस ने इनके बारे में सुराग जुटा लिए हैं और जल्द ही गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मु.अ.सं. 230/2025 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इन्हें न्यायालय में पेश किया गया।
ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम: हर स्तर पर तालमेल की मिसाल
कोतवाली रुड़की से:
- उ0नि0 ध्वजवीर
- उ0नि0 आनन्द मेहरा
- अ0उ0नि0 अषाढ़ सिंह
- कांस्टेबल सुरेश तोमर
- कांस्टेबल मनोज सिंह
- कांस्टेबल शूरवीर
- हे.का. संदीप
CIU रुड़की से:
- उ0नि0 अंकुर शर्मा (प्रभारी)
- हे.का. अश्वनी यादव
- हे.का. चमन
- हे.का. मनमोहन भंडारी
- कांस्टेबल माहीपाल
- कांस्टेबल राहुल नेगी
- कांस्टेबल अजय काला
टीम ने बिना समय गंवाए योजना बनाई और मिनटों में कार्रवाई करते हुए सफलता पाई।
एसएसपी डोबाल की लीडरशिप: लगातार हो रहे बड़े खुलासे
हरिद्वार के कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में पुलिस ने बीते कुछ हफ्तों में कई बड़ी सफलताएं दर्ज की हैं—कसीनो नेटवर्क का भंडाफोड़ हो, मोबाइल रीकवरी की पहल या अब नकली नोटों का रैकेट—हरिद्वार पुलिस की सक्रियता अपराधियों के लिए खतरे की घंटी बन चुकी है।
एसएसपी डोबाल ने कहा:
“हर अपराधी को यह संदेश है कि हरिद्वार में अब अपराध करने का मौका नहीं मिलेगा। हर मोर्चे पर पुलिस सक्रिय है और आम जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है।“
जमीनी खुफिया और टेक्नोलॉजी आधारित पुलिसिंग का नतीजा
यह कार्रवाई हरिद्वार पुलिस की जमीनी पकड़ और टेक्नोलॉजी आधारित खुफिया नेटवर्क का नतीजा है। नकली नोट चलन में आने से पहले ही जब्त कर लेने से बाजार और आम जनता को बड़ा आर्थिक नुकसान होने से बचाया गया है। अब पुलिस फरार सदस्यों की गिरफ्तारी में जुट गई है और यह मामला जल्द ही पूरी तरह उजागर हो सकता है।
हरिद्वार पुलिस का यह ऑलराउंड परफॉर्मेंस कप्तान डोबाल की क्राइम कंट्रोल रणनीति की बड़ी सफलता है।