हरिद्वार की तीर्थ मर्यादा को ध्यान में रखते हुए मीट की दुकानों को हटाने के आदेश

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार की तीर्थ मर्यादा को ध्यान में रखते हुए मीट की दुकानों को हटाने के आदेश…. धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी हरिद्वार में तीर्थ की मर्यादा को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। हरिद्वार के नए मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार ने नगर क्षेत्र में संचालित सभी मीट और मांस की दुकानों को हटाकर शहर के बाहर शिफ्ट करने की योजना तैयार की है। उनका कहना है कि तीर्थ नगरी की गरिमा बनाए रखने के लिए यह आवश्यक कदम है, जिससे ना सिर्फ धार्मिक भावनाओं का सम्मान होगा, बल्कि शहर की व्यवस्था और स्वच्छता में भी सुधार आएगा।
मुख्य नगर आयुक्त ने जानकारी दी कि हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में वर्तमान में कुल 57 मीट और मांस की दुकानें रजिस्टर्ड हैं। इन सभी दुकानों को सराय क्षेत्र में नगर निगम द्वारा निर्मित नई दुकानों में स्थानांतरित किया जाएगा। सराय में बन रही ये दुकानें लगभग पूरी हो चुकी हैं और बहुत जल्द इनमें शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
यह फैसला विशेष रूप से ज्वालापुर क्षेत्र में आ रही व्यवस्थागत और सामाजिक समस्याओं को देखते हुए भी लिया गया है। धार्मिक तीर्थस्थलों के समीप मांस की दुकानों की मौजूदगी लंबे समय से विवाद का विषय रही है। अब नगर निगम का यह निर्णय धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय किसी भी धर्म या समुदाय के विरुद्ध नहीं है, बल्कि हरिद्वार की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं को बनाए रखने की दिशा में है। उन्होंने कहा कि जल्द ही दुकानदारों को नए स्थानों पर स्थानांतरित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
यह पहल न सिर्फ धार्मिक आस्थाओं का सम्मान है, बल्कि हरिद्वार को एक आदर्श और व्यवस्थित तीर्थ नगरी के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा और साहसिक कदम भी है। नगर निगम का यह निर्णय शहर की धार्मिक गरिमा को सुरक्षित रखने और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।