श्रावण कांवड़ मेले के दौरान स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद,, 14 से 23 जुलाई तक शैक्षणिक संस्थानों में घोषित हुआ अवकाश,, ऑनलाइन शिक्षण रहेगा जारी, डीएम मयूर दीक्षित ने दिए सख्त निर्देश

इन्तजार रजा हरिद्वार- श्रावण कांवड़ मेले के दौरान स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद,,
14 से 23 जुलाई तक शैक्षणिक संस्थानों में घोषित हुआ अवकाश,,
ऑनलाइन शिक्षण रहेगा जारी, डीएम मयूर दीक्षित ने दिए सख्त निर्देश
हरिद्वार, 09 जुलाई 2025 —
हरिद्वार में श्रावण कांवड़ मेला-2025 की शुरुआत होते ही जिला प्रशासन ने बड़ी घोषणा करते हुए जिले के सभी शिक्षण संस्थानों में 14 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक अवकाश घोषित कर दिया है। इस दौरान सरकारी और गैर-सरकारी विद्यालय, उच्च शिक्षण संस्थान, प्राविधिक/तकनीकी शिक्षण संस्थान और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।
भीड़ और सुरक्षा को देखते हुए लिया गया निर्णय
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि जैसे-जैसे कांवड़ मेला अपने चरम पर पहुंचेगा, हरिद्वार में श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इससे शहर के प्रमुख मार्गों पर यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। कई रास्ते बंद या डायवर्ट किए जाएंगे। ऐसे में बच्चों का स्कूल आना-जाना न केवल कठिन हो सकता है, बल्कि उनके लिए असुरक्षित भी हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए जनहित में यह अवकाश घोषित किया गया है।
ऑनलाइन पढ़ाई से नहीं रुकेगा शिक्षण कार्य
डीएम मयूर दीक्षित ने स्पष्ट किया कि अवकाश केवल भौतिक रूप से शिक्षण कार्य के लिए है। इस अवधि में छात्रों की शिक्षा प्रभावित न हो, इसके लिए ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से शिक्षण कार्य चलता रहेगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ऑनलाइन शिक्षा के लिए आवश्यक तैयारी और संसाधन सुनिश्चित किए जाएं।
शिक्षा विभाग को दिए सख्त निर्देश
डीएम ने कहा कि आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराना अनिवार्य होगा। कोई भी शैक्षणिक संस्था इस अवधि में छात्रों को बुलाकर भौतिक रूप से कक्षाएं संचालित नहीं करेगी। उल्लंघन की स्थिति में संबंधित संस्थान के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांवड़ मेले की तैयारियों के बीच प्रशासन सतर्क
श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते हैं। इस बार भी कांवड़ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए प्रशासन पहले से ही सतर्क है। ट्रैफिक प्लान, सुरक्षा व्यवस्था और आपात सेवाओं की तैनाती के साथ अब शिक्षा व्यवस्था को भी सुरक्षित और सुचारु बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
छात्रों-शिक्षकों से अपील
जिलाधिकारी ने छात्रों और शिक्षकों से अपील की है कि वे अवकाश के दौरान घर से ही ऑनलाइन कक्षाओं में हिस्सा लें और अनुशासन बनाए रखें। साथ ही किसी भी प्रकार की अफवाह से दूर रहें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
यह आदेश न केवल शिक्षण व्यवस्था को व्यवस्थित बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की एक सराहनीय पहल भी है। कांवड़ यात्रा के दौरान बढ़ती भीड़ और परिवहन व्यवस्था पर पड़ने वाले दबाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया यह निर्णय प्रशासन की सक्रियता को दर्शाता है।