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चारधाम यात्रा पर हरिद्वार प्रशासन की पैनी नजर, ग्रीन कार्ड में गड़बड़ी की शिकायतों पर एसडीएम सदर हरिद्वार जितेन्द्र कुमार का औचक निरीक्षण, अब दोबारा मिली शिकायत, तो होगी कठोर कार्रवाई – प्रशासन की दो टूक चेतावनी

इन्तजार रजा हरिद्वार- चारधाम यात्रा पर हरिद्वार प्रशासन की पैनी नजर,
ग्रीन कार्ड में गड़बड़ी की शिकायतों पर एसडीएम सदर हरिद्वार जितेन्द्र कुमार का औचक निरीक्षण,
अब दोबारा मिली शिकायत, तो होगी कठोर कार्रवाई – प्रशासन की दो टूक चेतावनी

इन्तजार रजा हरिद्वार, 8 मई। 

चारधाम यात्रा को लेकर हरिद्वार प्रशासन पूरी तरह से एक्शन मोड में नजर आ रहा है। तीर्थयात्रियों की सुविधा, पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिलास्तर से लेकर विभागीय स्तर तक अधिकारी सतत निगरानी में जुटे हैं। इसी क्रम में गुरुवार को उप जिलाधिकारी (एसडीएम) हरिद्वार जितेंद्र कुमार ने क्षेत्रीय परिवहन विभाग कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।

यह निरीक्षण हाल ही में सामने आई उन शिकायतों के बाद किया गया, जिनमें ग्रीन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में दलालों द्वारा अवैध वसूली की बात कही गई थी। वाहन मालिकों और चालकों का आरोप था कि विभाग के बाहर कुछ संदिग्ध लोग खड़े रहते हैं जो ग्रीन कार्ड बनवाने के नाम पर उनसे अतिरिक्त शुल्क की मांग करते हैं।

शिकायत मिलते ही प्रशासन हुआ अलर्ट

चारधाम यात्रा से जुड़े हर पहलू पर सतर्क नजर रखने का दावा कर रहा प्रशासन इन शिकायतों को लेकर गंभीर हो गया। शिकायत के कुछ ही घंटों बाद एसडीएम हरिद्वार ने बिना किसी पूर्व सूचना के सीधे परिवहन विभाग कार्यालय पहुंचकर जांच शुरू की। उन्होंने मौके पर मौजूद कर्मचारियों, यात्रियों, ड्राइवरों और गाड़ी मालिकों से बातचीत की तथा ग्रीन कार्ड जारी करने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान कोई प्रत्यक्ष अनियमितता तो सामने नहीं आई, लेकिन एसडीएम ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि यदि इस प्रकार की शिकायतें दोबारा प्राप्त होती हैं, तो संबंधित व्यक्तियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

“किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं होगी अव्यवस्था” – एसडीएम सदर हरिद्वार जितेन्द्र कुमार 

औचक निरीक्षण के बाद एसडीएम जितेंद्र कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“चारधाम यात्रा आस्था का विषय है और यहां आने वाला हर यात्री हमारे लिए सम्मानित है। हम नहीं चाहेंगे कि कोई भी तीर्थयात्री अव्यवस्था या भ्रष्टाचार का शिकार हो। ग्रीन कार्ड प्रक्रिया को लेकर आई शिकायतों की हमने पड़ताल की। अभी कुछ गलत नहीं मिला है, लेकिन अगर कोई दोबारा गड़बड़ी करता पकड़ा गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।”

उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्रीन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और डिजिटल तरीके से संचालित किया जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई बाहरी व्यक्ति प्रक्रिया में दखल न दे।

डिजिटल प्रक्रिया और निगरानी बढ़ाने पर जोर

चारधाम यात्रा में शामिल वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड अनिवार्य है, और इसके बिना किसी भी वाहन को यात्रा मार्ग पर अनुमति नहीं मिलती। ऐसे में यह प्रक्रिया यात्रियों और परिवहन सेवा प्रदाताओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। प्रशासन ने साफ किया है कि ग्रीन कार्ड प्रक्रिया को डिजिटल बनाने, ऑनलाइन ट्रैकिंग और सार्वजनिक सूचना बोर्ड के माध्यम से पारदर्शिता लाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।एसडीएम ने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि सभी दस्तावेजों की जांच पूरी निष्पक्षता से की जाए और ग्रीन कार्ड उसी स्थिति में जारी किया जाए जब सभी शर्तें पूरी हों। उन्होंने परिवहन कार्यालय परिसर में सीसीटीवी निगरानी बढ़ाने तथा दलालों पर नजर रखने को भी कहा।

यात्रियों की सुविधा के लिए प्रशासन फील्ड में

हरिद्वार चारधाम यात्रा का मुख्य प्रवेश द्वार है और यहां से प्रतिदिन हजारों वाहन उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ की ओर प्रस्थान करते हैं। ऐसे में प्रशासन की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है। यातायात, पार्किंग, स्वास्थ्य, सुरक्षा और पंजीकरण जैसी कई व्यवस्थाएं सही ढंग से संचालित हो रही हैं या नहीं, इसकी निगरानी खुद जिले के आला अधिकारी कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में डीएम और एसएसपी स्तर तक के अधिकारियों ने भी यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया है। ट्रैफिक पुलिस, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग और परिवहन विभाग को एकजुट होकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं।

दलालों और भ्रष्टाचारियों पर प्रशासन की कड़ी नजर

ग्रीन कार्ड जैसी संवेदनशील प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की आशंका प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। इसी कारण प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी भी स्तर पर गड़बड़ी को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाएगा। यदि कोई कर्मचारी या बाहरी व्यक्ति भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी – चाहे वह निलंबन हो, एफआईआर हो या गिरफ्तारी।एसडीएम ने जनता से भी अपील की कि यदि कोई भी व्यक्ति ग्रीन कार्ड प्रक्रिया में अनियमितता देखता है या उससे पैसे मांगे जाते हैं, तो वह तुरंत प्रशासन को इसकी सूचना दे। प्रशासन ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर और शिकायत पेटियां भी विभिन्न केंद्रों पर लगवाई हैं।

चारधाम यात्रा का कुशल और सुरक्षित संचालन: सरकार की प्राथमिकता

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं चारधाम यात्रा को लेकर निरंतर समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। इस बार यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्री आने की संभावना है, और सरकार ने पहले ही यात्रा को सुचारु और व्यवस्थित बनाने के लिए विभिन्न विभागों को जिम्मेदारियां बांट दी हैं।

हरिद्वार प्रशासन ने भी साफ किया है कि उनकी पहली प्राथमिकता यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा है। चाहे वह चिकित्सा सुविधा हो, ट्रैफिक व्यवस्था हो या पंजीकरण प्रणाली – हर स्तर पर चौकसी बरती जा रही है।

एसडीएम सदर हरिद्वार जितेंद्र कुमार का औचक निरीक्षण एक स्पष्ट संकेत है कि प्रशासन इस बार किसी भी स्तर पर लापरवाही या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगा। ग्रीन कार्ड प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना और दलालों की गतिविधियों पर लगाम कसना यात्रा की सफलता के लिए जरूरी है। प्रशासन का यह सक्रिय और आक्रामक रुख तीर्थयात्रियों को राहत देने वाला है और यह भरोसा जगाता है कि इस बार चारधाम यात्रा न केवल भक्ति, बल्कि व्यवस्था के स्तर पर भी एक उदाहरण बनेगी।

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