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4 वर्षीय मासूम बच्ची की हत्या के आरोपी सूरज को लक्सर के खंडहर से दबोचा, बिना सर्विलांस और डिजिटल सपोर्ट, मैनुअल पुलिसिंग ने किया कमाल, 700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद मिली सफलता एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किया खुलासा 

इन्तजार रजा हरिद्वार- 4 वर्षीय मासूम बच्ची की हत्या के आरोपी सूरज को लक्सर के खंडहर से दबोचा,
बिना सर्विलांस और डिजिटल सपोर्ट, मैनुअल पुलिसिंग ने किया कमाल, 700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद मिली सफलता एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किया खुलासा

हरिद्वार। रोड़ीबेलवाला क्षेत्र में चार वर्षीय मासूम की निर्मम हत्या के सनसनीखेज मामले में फरार चल रहे आरोपी सूरज को हरिद्वार पुलिस ने आखिरकार दबोच लिया। यह गिरफ्तारी पुलिस की उस जमीनी मेहनत का नतीजा है, जो बिना किसी तकनीकी सहायता के केवल मैनुअल इंटेलिजेंस, जनसंपर्क और सूझबूझ के बल पर अंजाम दी गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में काम कर रही टीम ने जिस तरह से एक-एक सुराग जुटाया, वह हरिद्वार पुलिस की पेशेवर क्षमता और समाज के प्रति उसकी जवाबदेही का परिचायक है।

बच्ची को लेकर फरार हुआ था सूरज

15 मई को रोड़ीबेलवाला निवासी अशोक सिंह ने चौकी पर आकर सूचना दी थी कि उसकी चार वर्षीय बेटी को झुग्गी में ही रह रहा सूरज नामक व्यक्ति बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। बताया गया कि आरोपी पिछले कुछ महीनों से वहीं रहकर कबाड़ बीनता था और अक्सर नशे की हालत में रहता था। पहले पति-पत्नी ने बच्ची की तलाश में सहारनपुर तक खाक छानी, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो मामला पुलिस तक पहुंचा।

पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू ही की थी कि 16 मई की सुबह रेलवे ट्रैक की सुरंग में बच्ची का शव बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस ने धारा-103 बीएनएस के तहत हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश तेज कर दी।

एसएसपी खुद पहुंचे थे मौके पर, टीमें गठित कर जल्द खुलासे के जारी हुए थे

घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल खुद मौके पर पहुंचे और निरीक्षण के बाद तत्काल हरिद्वार कोतवाली, आसपास के थानों, और सीआईयू की टीमें बनाईं। एसपी क्राइम जितेन्द्र मेहरा को जांच की निगरानी सौंपी गई। शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी का कोई स्थायी पता नहीं है, वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता और अक्सर पैदल ही लंबी दूरी तय करता है।

700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच, सोशल मीडिया पर फोटो जारी

पुलिस टीमों ने हरिद्वार से सहारनपुर तक 600 से 700 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। आरोपी की पहचान छिपाने की आदतों को ध्यान में रखते हुए संभावित ठिकानों की मैन्युअल निगरानी की गई। साथ ही, हरिद्वार पुलिस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स—फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर आरोपी की फोटो साझा कर आमजन से सहयोग मांगा गया।

आरोपी को खंडहर से किया गिरफ्तार

लगातार प्रयासों के बाद पुलिस को सूचना मिली कि सूरज लक्सर के बसेड़ी रोड स्थित कबाड़ी बस्ती के पास एक खंडहर में छिपा हुआ है। घेराबंदी कर पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा। पूछताछ में आरोपी सूरज उर्फ सूरजभान ने बताया कि वह मूलतः कासगंज (उ.प्र.) का निवासी है और पिछले कुछ वर्षों से हरिद्वार में कबाड़ बीन रहा था। मृतका की मां से नजदीकियों के चलते घर में झगड़ा हुआ और पिता द्वारा बेइज्जत किए जाने का बदला लेने के लिए उसने बच्ची को जान से मार डाला।

हत्या की पूरी कहानी खुद सुनाई आरोपी ने

आरोपी ने कबूल किया कि बच्ची के पिता ने एक बार उसे मृतका की मां के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था और मारपीट कर झुग्गी से निकाल दिया था। इसी अपमान का बदला लेने के लिए उसने योजना बनाई। 13 मई को उसने दंपती को किसी बहाने से बाहर भेजा और बच्ची को रेलवे सुरंग की ओर ले जाकर गला घोंटकर हत्या कर दी। पहचान छुपाने के लिए टोपी पहनकर भाग गया और लक्सर में जाकर छिप गया।

पुलिस टीम को मिला सम्मान और इनाम

इस पूरे प्रकरण में उल्लेखनीय कार्य करने पर एसएसपी हरिद्वार ने टीम को ₹5,000 का नकद इनाम दिया, वहीं आईजी गढ़वाल रेंज ने ₹25,000 के पुरस्कार की घोषणा की। एसएसपी डोबाल ने कहा—“यह प्रकरण पूरी तरह से अंधेरे से भरा हुआ था, लेकिन हमारी टीम ने सूझबूझ और मेहनत से उसे सुलझाया। यह कार्य वाकई काबिलेतारीफ है।”

गिरफ्तार आरोपी

नाम: सूरज उर्फ सूरजभान
पिता का नाम: रामसिंह
स्थायी पता: ग्राम नगलाढाव, थाना सुन्नगढ़ी, जिला कासगंज (उ.प्र.)
वर्तमान पता: झुग्गी, रोडीबेलवाला, हरिद्वार
उम्र: 36 वर्ष

पुलिस टीम

टीम में निरीक्षक रितेश शाह, निरीक्षक नरेंद्र सिंह, व0उ0नि0 विरेंद्र चन्द, उ0नि0 सतेन्द्र भण्डारी, अंशुल अग्रवाल, चरण सिंह, आशीष नेगी, प्रदीप कुमार, दीपक ध्यानी, सतीश नौटिया, संजीव राणा, निर्मल, सुनील चौहान, रमेश चौहान, अमित भट्ट, सौरभ नौटियाल, प्रेम, नवीन क्षेत्री, दीप गौड़, अजय, सतेन्द्र, हरवीर सहित कुल 22 पुलिसकर्मी शामिल थे।

हरिद्वार पुलिस की यह कार्रवाई मैनुअल पुलिसिंग की एक बेहतरीन मिसाल बनकर सामने आई है, जिससे जनता का पुलिस पर भरोसा और मजबूत हुआ है।

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