भ्रामक खबरों पर पुलिस का बड़ा अलर्ट,, हरिद्वार पुलिस ने दिखाई सख्ती – सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया तो होगी कार्रवाई,, 24 घंटे एक्टिव है मॉनिटरिंग सेल, पुष्टि के बिना न करें कोई पोस्ट या शेयर

इन्तजार रजा हरिद्वार- भ्रामक खबरों पर पुलिस का बड़ा अलर्ट,,
हरिद्वार पुलिस ने दिखाई सख्ती – सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया तो होगी कार्रवाई,,
24 घंटे एक्टिव है मॉनिटरिंग सेल, पुष्टि के बिना न करें कोई पोस्ट या शेयर
सोशल मीडिया का उपयोग आज हर व्यक्ति करता है, लेकिन इसके दुरुपयोग से समाज में भ्रम, तनाव और अव्यवस्था फैलती है। हरिद्वार पुलिस अब इस दुरुपयोग पर नकेल कसने के मूड में है। एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर जिले में एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत फर्जी, भ्रामक या अपुष्ट सूचनाएं प्रसारित करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हरिद्वार पुलिस ने स्पष्ट किया है कि “लाइक्स और व्यूज़” के लालच में झूठी खबरें फैलाना अब भारी पड़ेगा। चाहे कोई सामान्य नागरिक हो या यूट्यूबर, पत्रकार या सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर—किसी को भी बिना सत्यापन के कोई पोस्ट डालने की छूट नहीं होगी।
सोशल मीडिया पर 24 घंटे नज़र, मॉनिटरिंग सेल एक्टिव
हरिद्वार पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल 24×7 सक्रिय है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप ग्रुप्स, यूट्यूब चैनल और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर हर गतिविधि की निगरानी की जा रही है।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने सभी थाना प्रभारियों और आईटी टीम को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की भ्रामक या असत्य सूचना फैलाने पर संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध आईटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तुरंत कार्रवाई करें।
पुष्टि जरूरी – पुलिस मीडिया सेल या 9411111966 पर करें संपर्क
हरिद्वार पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि किसी भी सूचना को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले उसकी पुष्टि करें। इसके लिए पुलिस ने दो आधिकारिक विकल्प सुझाए हैं:
- हरिद्वार पुलिस मीडिया सेल से संपर्क करें
- या फिर मोबाइल नंबर 9411111966 पर कॉल या मैसेज करें
इसका उद्देश्य है—जनता अफवाहों का हिस्सा बनने की बजाय सत्य और जिम्मेदारी की राह अपनाए। कई बार पुरानी घटनाओं को नए तरीके से फैलाकर समाज में तनाव उत्पन्न किया जाता है, जिससे बचाव आवश्यक है।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल का ब्यान – सोशल मीडिया की ताकत जिम्मेदारी से इस्तेमाल करें
एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने कहा कि,
“सोशल मीडिया जनता से संवाद का प्रभावी माध्यम है, लेकिन यदि इसका प्रयोग अफवाह फैलाने, सामाजिक वैमनस्य बढ़ाने या कानून व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए किया जाता है, तो यह एक गंभीर अपराध बन जाता है। हम ऐसे मामलों में कोई रियायत नहीं देंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि जिले की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम चौबीसों घंटे अलर्ट है और किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों को जल्द ही चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आईटी एक्ट के तहत जेल और जुर्माना तय
फर्जी खबर फैलाना केवल नैतिक अपराध नहीं, बल्कि कानूनन दंडनीय अपराध है। इसके तहत—
- आईटी एक्ट की धारा 66A, 66D और
- भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराएं 153A, 505 आदि के तहत
3 से 7 साल की सजा और भारी जुर्माना हो सकता है।
इसलिए यदि कोई व्यक्ति सोच रहा है कि झूठी खबर फैलाकर सोशल मीडिया पर पॉपुलैरिटी ले आएगा, तो उसे अब गंभीर नतीजे झेलने होंगे।
जनता से अपील – जागरूक बनें, जिम्मेदारी से करें पोस्ट
हरिद्वार पुलिस की तरफ़ से सभी नागरिकों से यह आग्रह किया गया है कि:
- बिना पुष्टि के कोई भी जानकारी न डालें
- धार्मिक, सामाजिक या जातीय भावनाओं से जुड़ी बातों को सोच-समझकर ही शेयर करें
- पुरानी घटनाओं को वर्तमान बताकर भ्रम न फैलाएं
- अगर किसी सूचना पर संदेह हो, तो सीधे पुलिस से संपर्क करें
अफवाह से बचें, सूचना का सच फैलाएं
हरिद्वार पुलिस की यह पहल न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने में मददगार है, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक समाज का निर्माण भी करती है। सोशल मीडिया की शक्ति को समझें और उसका उपयोग सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए करें, न कि भ्रम फैलाने के लिए।
याद रखें – एक झूठी पोस्ट, कई जिंदगियों को मुश्किल में डाल सकती है।
सत्य को साझा करें, समाज का साथ दें।