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कांवड़ यात्रा पर परिवहन विभाग की कड़ी नजर: ओवरलोड वाहनों पर सख्ती के निर्देश,, कांवड़ यात्रा में ओवरलोडिंग बर्दाश्त नहीं—ARTO हरिद्वार की चेतावनी,, हर मोर्चे पर सख्ती शुरू,, नियमों से समझौता नहीं—कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि,, आरटीओ टीम अलर्ट मोड में, हर वाहन पर अब पैनी नजर,, एआरटीओ विभाग मुस्तैद, नियमों की अनदेखी पर सीधे कार्रवाई हरिद्वार में सुरक्षा और व्यवस्था के लिए प्रशासन का ‘नो टॉलरेंस’ अभियान शुरू

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ यात्रा पर परिवहन विभाग की कड़ी नजर: ओवरलोड वाहनों पर सख्ती के निर्देश,, कांवड़ यात्रा में ओवरलोडिंग बर्दाश्त नहीं—ARTO हरिद्वार की चेतावनी,, हर मोर्चे पर सख्ती शुरू,, नियमों से समझौता नहीं—कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि,, आरटीओ टीम अलर्ट मोड में, हर वाहन पर अब पैनी नजर,, एआरटीओ विभाग मुस्तैद, नियमों की अनदेखी पर सीधे कार्रवाई

हरिद्वार में सुरक्षा और व्यवस्था के लिए प्रशासन का ‘नो टॉलरेंस’ अभियान शुरू

हरिद्वार, 26 जून 2025 —
श्रावण मास में आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर इस बार उत्तराखंड प्रशासन, विशेष रूप से हरिद्वार जिले का परिवहन विभाग, पूरी तरह सख्त मोड में आ गया है। यात्रा को सुचारु, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (ARTO) निखिल शर्मा ने कड़े निर्देश जारी करते हुए स्पष्ट कहा है कि कांवड़ मार्गों पर ओवरलोडिंग, नियमों की अनदेखी और लापरवाह परिवहन व्यवस्था को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आरटीओ निखिल शर्मा के अनुसार, कांवड़ यात्रा केवल धार्मिक आस्था नहीं बल्कि प्रशासनिक जिम्मेदारी का भी विषय है, और इस दौरान हर एक वाहन की जांच, ट्रैफिक नियंत्रण और दुर्घटनाओं की रोकथाम को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।

ओवरलोडिंग पर प्रशासन का शून्य सहिष्णुता रुख

कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु ट्रकों, मैक्स वाहनों, टेम्पो और निजी साधनों के माध्यम से हरिद्वार पहुंचते हैं। कई वाहन मालिक ज्यादा कमाई के चक्कर में अधिक सवारी या सामान लाद कर यात्रा की गरिमा व सुरक्षा से खिलवाड़ करते हैं। इन्हीं गतिविधियों को रोकने के लिए परिवहन विभाग ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।

एआरटीओ हरिद्वार निखिल शर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा —

“कांवड़ यात्रा की सफलता के लिए जरूरी है कि हर वाहन मानकों के अनुरूप चले। ओवरलोडिंग सिर्फ एक नियम उल्लंघन नहीं बल्कि जानलेवा खतरा है। हमारी टीम लगातार फील्ड में सक्रिय है, और नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ जुर्माने से लेकर वाहन सीज़ करने तक की कार्रवाई हो रही है।”


यातायात सुचारु बनाने की योजना

साल 2024 की तुलना में इस बार कांवड़ियों की संख्या 20-25% अधिक होने की संभावना जताई जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस और जिला प्रशासन के बीच तालमेल से कार्ययोजना तैयार की गई है:

  • प्रमुख कांवड़ मार्गों पर चेक पोस्ट और बैरियर स्थापित किए गए हैं
  • 24×7 मोबाइल चेकिंग टीमें तैयार की गई हैं जो लगातार निगरानी कर रही हैं
  • बिना बीमा, फिटनेस, परमिट और ड्राइविंग लाइसेंस वाले वाहन तुरंत सीज़ किए जा रहे हैं
  • ई-चालान और ऑन-स्पॉट फाइन सिस्टम को सक्रिय किया गया है

वरुणा सैनी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा — ‘संवेदनशीलता और सख्ती, दोनों जरूरी’

हरिद्वार परिवहन कर अधिकारी वरुणा सैनी ने बताया कि कांवड़ यात्रा एक विशेष समय होता है जब सड़कों पर असाधारण दबाव होता है। ऐसे में वाहन चालकों की लापरवाही पूरे सिस्टम पर भारी पड़ सकती है।

उन्होंने कहा —

“हमारी प्राथमिकता है कि श्रद्धालु सुरक्षित पहुंचें और लौटें। इसके लिए जरूरी है कि वाहन चालक नियमों का पूर्ण पालन करें। हम लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं, लेकिन उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”


प्रमुख मार्गों पर चौकसी: हर वाहन की जांच अनिवार्य

हरिद्वार आने वाले मुख्य मार्ग जैसे रुड़की रोड, लक्सर-हरिद्वार मार्ग, भगवानपुर से आने वाला हाईवे, हरिद्वार-नजीबाबाद रोड इत्यादि पर ऑटोमेटेड बैरियर, मोबाइल चेकिंग यूनिट और सीसीटीवी निगरानी के माध्यम से प्रत्येक वाहन की जांच की जा रही है।

जहां-जहां कांवड़ियों के पड़ाव होते हैं, वहां परिवहन विभाग की टीमें ड्राइवरों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के साथ-साथ “सेफ कांवड़ यात्रा” अभियान भी चला रही हैं।

ओवरलोडिंग के खतरनाक परिणाम

परिवहन विभाग के मुताबिक ओवरलोडिंग से जुड़े ये खतरे अत्यंत गंभीर हैं:

  • ब्रेक फेल और गाड़ी पलटने की आशंका
  • तेज रफ्तार में नियंत्रण खोना
  • अन्य वाहनों और पैदल यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ना
  • पुलों और संकरे रास्तों पर दुर्घटनाएं बढ़ना
  • किसी एक हादसे से दर्जनों श्रद्धालुओं की जान को खतरा

ऐसे में आरटीओ विभाग का रुख पूरी तरह साफ है — “एक भी ढिलाई नहीं, नियम सब पर समान लागू होंगे।”

प्रशासन की अपील: सहयोग करें, यात्रा सफल बनाएं

आरटीओ निखिल शर्मा ने वाहन स्वामियों, चालकों और ट्रांसपोर्ट यूनियनों से अपील करते हुए कहा:

“कांवड़ यात्रा में लाखों लोग शामिल होते हैं। प्रशासन अपने स्तर पर हर मुमकिन इंतजाम कर रहा है, लेकिन समाज के हर वर्ग को सहयोग करना होगा। सभी वाहन चालक निर्धारित मानकों के अनुसार ही वाहन चलाएं और यात्रा को अव्यवस्था से बचाएं।”


यात्रा से पहले वाहन फिटनेस प्रमाणपत्र अनिवार्य

इस बार प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के लिए चलने वाले सभी व्यावसायिक और निजी वाहनों के लिए पूर्व फिटनेस जांच अनिवार्य कर दी है। वाहन की ब्रेक, लाइट, टायर, बीमा व अन्य दस्तावेजों की जांच कर पासिंग दी जा रही है। बिना फिटनेस प्रमाणपत्र के कोई भी वाहन यात्रा मार्ग में प्रवेश नहीं कर सकेगा।

नियमों की अवहेलना नहीं, कांवड़ यात्रा को बनाएं अनुशासन का उदाहरण

हरिद्वार प्रशासन की ओर से कांवड़ यात्रा को लेकर अपनाई जा रही रणनीति साफ संकेत देती है कि इस बार कोई भी अनियमितता, लापरवाही या ओवरलोडिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
‘नो पेंडेंसी, नो टॉलरेंस और फुल वेरिफिकेशन’ की नीति पर चलते हुए परिवहन विभाग नियमों को पूरी गंभीरता से लागू कर रहा है।

📢 जनहित में संदेश:
“कांवड़ यात्रा में आस्था के साथ-साथ अनुशासन भी आवश्यक है। सभी वाहन चालक नियमों का पालन करें, ओवरलोडिंग से बचें और दूसरों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें। प्रशासन सजग है, आप सहयोगी बनें।”


इंतजार रजा, हरिद्वार Daily Live Uttarakhand

 

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