अपराधउत्तराखंडएक्सक्लूसिव खबरेंपॉलिटिकल तड़काप्रशासन

हरिद्वार जिला कारागार में रामलीला मंचन के दौरान दो कैदी हरिद्वार जेल से फरार, प्रभारी जेल अधीक्षक सहित 6 कार्मिक निलंबित होगी मजिस्ट्रेयल जांच, जेल हाई सिक्योरिटी सुरक्षा पर उठे सवाल,जेल अधीक्षक भी साजे बाजे और मेले को लेकर सवालों के घेरे में,सीएम धामी ने दिए जांच के निर्देश

हरिद्वार कारागार से दो कैदियों के फरार होने के बाद प्रभारी जेल अधीक्षक सहित 6 कार्मिक निलंबित,सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दिए घटना की विस्तृत जांच के निर्देश,उप महानिरीक्षक कारागार रतिराम मौर्य घटनाक्रम की करेंगे जांच

इन्तजार रजा हरिद्वार-  हरिद्वार जिला कारागार में रामलीला मंचन के दौरान दो कैदी हरिद्वार जेल से फरार, प्रभारी जेल अधीक्षक सहित 6 कार्मिक निलंबित,होगी मजिस्ट्रेयल जांच, जेल हाई सिक्योरिटी सुरक्षा पर उठे सवाल,सीएम धामी ने दिए जांच के निर्देश,हरिद्वार में रामलीला मंचन के दौरान जेल से दो कैदी फरार हो गए। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात दोनों वानर का रोल निभा रहे थे। माता सीता की खोज का प्रसंग चल रहा था।

वानर सेना माता सीता की खोज के लिए निकली थी। मौका मिलते ही दोनों निर्माणाधीन कार्यस्थल पर हाई-सिक्योरिटी बैरक के पास पहुंचे। वहां रखी सीढ़ी के सहारे 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर भाग गए। जेल के अफसरों को घटना का पता उस वक्त चला, जब कैदियों की गिनती हुई।

इसके बाद जेल प्रशासन के द्वारा रातभर खोजबीन हुई, लेकिन दोनों कैदियों का पता नहीं चला। यह मामला हरिद्वार रोशनाबाद में जिला जेल की है। बता दें कि जेल करीब 8 से 10 एकड़ क्षैत्रफल में फैली है। फिलहाल यहां करीब 1400 कैदी बंद हैं। हरिद्वार जिला कारागार से एक कैदी और एक बंदी के फरार होने की घटना के बाद प्रभारी जेल अधीक्षक सहित 6 कार्मिकों को निलंबित कर दिया गया। जेल की हाई सिक्योरिटी सुरक्षा पर सवाल उठाए जा रहे हैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं।

पुलिस के मुताबिक कैदियों की पहचान कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के गुर्गे उत्तराखंड के रुड़की निवासी पंकज और यूपी के गोंडा के रहने वाले बंदी राजकुमार के रूप में हुई है। पंकज हत्या के केस में उम्रकैद की सजा काट रहा था। और कुख्यात प्रवीण बाल्मीकी ग्रुप से भी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है है। वहीं, बंदी राजकुमार एक अपहरण के मामले में विचाराधीन है।

निर्माणाधीन वही सीढ़ी है, जिससे कैदी फरार हुए। फोरेंसिक टीम ने सीढ़ियों की नाप-जोख की है सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और लगातार CCTV खंगाले जा रहे हैं लेकिन कैदियों का अभी तक पता नहीं चला जेल प्रशासन के एक सीनियर अफसर ने बताया- रामलीला खत्म होने के बाद कैदियों की गिनती कर बैरक के अंदर किया जा रहा था। इस दौरान दो कैदी कम पाए गए। इसके बाद जेल के अंदर उनकी तलाश की गई। देर रात तक जेल प्रशासन अपने स्तर पर कैदियों को तलाश करता रहा। जेल में लगे CCTV के फुटेज खंगाल गए। मगर कैदियों का पता नहीं चला। हरिद्वार की रोशनाबाद जेल में शुक्रवार रात रामलीला का आयोजन था। सभी कैदी और अफ्सर व कर्मी रामलीला देखने में व्यस्त थे शायद जब दोनों कैदी भागे, उस वक्त जेल प्रशासन के कर्मचारी रामलीला देखने में व्यस्त थे। दोनों कैदी सीढ़ी लगाकर जेल से फरार हुए। रातभर जेल प्रशासन कैदियों की तलाश में जुटा रहा। बताया जा रहा है कि कैदियों की एक्टिविटी कई दिनों से संदिग्ध लग रही थी। शायद वह कई दिनों से फरार होने की फिराक में थे।

डीएम कर्मेन्द्र सिंह ने कहा- विभागीय और मजिस्ट्रेट जांच कराएंगे हरिद्वार डीएम कर्मेंद्र सिंह और SSP परमेंद्र डोभाल ने जेल का निरीक्षण किया। डीएम ने इस बात पर नाराजगी जताई कि कैदी जेल परिसर से कैसे फरार हो गए। डीएम ने इसे जेल प्रशासन की लापरवाही बताया। कहा- इसकी विभागीय और मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी।

SSP हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल बोले- दबिश डाली जा रही है, लेकिन कहीं पता नहीं चला SSP ने कहा- आज सुबह 6 बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर दो कैदियों के फरार होने की सूचना मिली थी इसके बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में दबिश डाली, लेकिन दोनों का पता नहीं चला। पुलिस की 10 टीम दोनों कैदीयों की धरपकड़ में लगा दी गई है रामलीला मंचन का फायदा उठाकर दोनों कैदी भाग गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों कैदियों की तलाश की जा रही है।

जेल प्रशासन के मुताबिक हरिद्वार जिला जेल में पिछले करीब 4 साल से रामलीला होती है इसमें रामलीला मंचन करने वाले सभी जेल के कैदी होते हैं। इसके लिए जेल प्रशासन कैदियों को रिहर्सल करवाता है। इसके बाद नवरात्रि पर्व पर रामलीला का आयोजन होता है। रामलीला करीब 10 दिनों तक चलती है।प्रभारी जेल अधीक्षक सहित 6 कार्मिक निलंबित, सीएम धामी ने दिए जांच के निर्देश

हरिद्वार जिला जेल से दो कैदियों के फरार होने के बाद प्रभारी जेल अधीक्षक सहित 6 कार्मिकों को निलंबित कर दिया गया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। उप महानिरीक्षक कारागार रतिराम मौर्य इस घटनाक्रम की जांच कर रिपोर्ट देंगे। ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में जेल प्रभारी अधीक्षक/कारापाल प्यारे लाल आर्य, उप कारापाल सर्किल जेलर /चक्राधिकारी कुंवर पाल सिंह, हेड वार्डर प्रेमशंकर यादव, हेड वार्डर-प्रभारी गिर्दा हेड विजय पाल सिंह, बंदीरक्षक प्रभारी निर्माण स्थल ओमपाल सिंह, हेड वार्डर प्रभारी गेटकीपर नीलेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!
× Contact us